अर्थ : सविता अर्थात् सूर्य-संबंधी।
उदाहरण :
सौर्य ऊर्जा का कई तरह से उपयोग किया जाता है।
मंदिर में पंचकुंडीय सावित्र होम चल रहा है।
पर्यायवाची : सौर्य
अर्थ : हिन्दू धर्मग्रंथों में वर्णित एक देवता।
उदाहरण :
वेदों में भी सूर्यदेव की पूजा का विधान है।
पर्यायवाची : अंशुमान, अंशुमाली, अधिरथी, अरविंदबंधु, अरविन्दबन्धु, अर्क, अर्जमा, अर्णव, अर्यमा, अर्य्यमा, अविनीश, अह, अहस्पति, आदित्य, आदिदेव, कालेश, कुवम, केश, खगपति, गभस्ति, गभस्तिपाणि, गभस्तिहस्त, गविष्ठ, गोकर, चक्रबंधु, चक्रबन्धु, चक्रबांधव, चक्रबान्धव, चित्रभानु, जगत्साक्षी, ज्वालमाली, तरणि, तीक्ष्णरश्मि, तीक्ष्णांशु, तुंगीश, त्रयीतन, त्रयीमय, त्विषामीश, दनमणि, दिनकर, दिनमणि, दिवसकर, दिवसकृत, दिवसनाथ, दिवसभर्ता, दिवसमणि, दिवसेश, दिवसेश्वर, दिवस्पति, दिवामणि, दिवावसु, दिव्यांशु, दीप्तकिरण, दुड़ियंद, द्यु-पति, द्यु-मणि, द्युपति, द्युम्न, नभश्चक्षु, नभस्मय, पचत, पद्मगर्भ, प्रजादार, प्रजाध्यक्ष, भट्टारक, भानु, भास्कर, भूताक्ष, मरीची, मार्तंड, मार्तण्ड, मिहिर, यमसू, वरेय, वृषाकपि, वेदवादन, वेदात्मा, वेदोदय, वेध, वेधा, सहस्रकिरण, सहस्रगु, सूर्य, सूर्य देव, सूर्य देवता, सूर्यदेव, हेमकर, हेममाली
अर्थ : हिंदुओं के चार वर्णों में से पहले वर्ण का मनुष्य।
उदाहरण :
पंडित श्याम नारायण एक श्रेष्ठ ब्राह्मण हैं।
आज का ब्राह्मण अपने कर्म से विचलित होता जा रहा है।
ब्राह्मणों की उत्पत्ति अग्नि से मानी गई है।
पर्यायवाची : अनलमुख, आग्नेय, इरेश, त्रयीमुख, द्विज, द्विजपति, द्विजाति, द्विजेंद्र, द्विजेन्द्र, द्विजेश, नृदेव, नृदेवता, पंडित, बाम्हन, ब्रह्मण, ब्राह्मण, भू-देव, भू-देवता, भू-सुर, भूदेव, भूदेवता, भूमिदेव, भूसुर, महिदेव, माहन, माहनीय, मैत्र, योगचक्षु, लहेर, वर्णज्येष्ठ, विप्र, वेदगर्भ, वेदाधिदेव, शिखी
अर्थ : सूर्य के पुत्र।
उदाहरण :
वे सावित्र की उपासना करते थे।
अर्थ : कुंती का सबसे बड़ा पुत्र जो बहुत दानी था और जिसके जन्म लेते ही कुंती ने उसे त्याग दिया था।
उदाहरण :
कर्ण की दानवीरता की कहानी आज भी लोग बड़े चाव से सुनते एवं पढ़ते हैं।
पर्यायवाची : अंगराज, अरुणात्मज, अर्कज, अर्कतनय, कर्ण, कानीन, पातंगी, रविनंद, रविनंदन, रविनन्द, रविनन्दन, राधातनय, राधेय, वृषण, वैकर्तन, सूतज, सूततनय, सूतपुत्र
अर्थ : वह संस्कार जिसके अंतर्गत बालक को यज्ञोपवीत धारण कराया जाता है।
उदाहरण :
मेरा उपनयन संस्कार नौ वर्ष की अवस्था में हुआ था।
पर्यायवाची : आनयन, उपनयन, उपनयन संस्कार, जनेऊ, यज्ञोपवीत संस्कार
अर्थ : वह पवित्र सूत्र जो उपनयन संस्कार के बाद ब्राह्मण या क्षत्रिय बालक धारण करते हैं।
उदाहरण :
पंडितजी मोटा जनेऊ धारण किए हुए थे।
पर्यायवाची : उपवीत, जनेऊ, ब्रह्मसूत्र, यज्ञसूत्र, यज्ञोपवीत
अर्थ : एक तरह का प्राचीन अस्त्र।
उदाहरण :
शत्रु पर उन्होंने सावित्र से वार किया।