पृष्ठ के पते की प्रतिलिपि बनाएँ ट्विटर पर सांझा करें व्हाट्सएप पर सांझा करें फेसबुक पर सांझा करें
गूगल प्ले पर पाएं
हिन्दी शब्दकोश से त्रयीमुख शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

त्रयीमुख   संज्ञा

१. संज्ञा / सजीव / जन्तु / स्तनपायी / व्यक्ति

अर्थ : हिंदुओं के चार वर्णों में से पहले वर्ण का मनुष्य।

उदाहरण : पंडित श्याम नारायण एक श्रेष्ठ ब्राह्मण हैं।
आज का ब्राह्मण अपने कर्म से विचलित होता जा रहा है।
ब्राह्मणों की उत्पत्ति अग्नि से मानी गई है।

पर्यायवाची : अनलमुख, आग्नेय, इरेश, द्विज, द्विजपति, द्विजाति, द्विजेंद्र, द्विजेन्द्र, द्विजेश, नृदेव, नृदेवता, पंडित, बाम्हन, ब्रह्मण, ब्राह्मण, भू-देव, भू-देवता, भू-सुर, भूदेव, भूदेवता, भूमिदेव, भूसुर, महिदेव, माहन, माहनीय, मैत्र, योगचक्षु, लहेर, वर्णज्येष्ठ, विप्र, वेदगर्भ, वेदाधिदेव, शिखी, सावित्र

హిందువులలో నాలుగు వర్ణాలలో ఒక వర్ణనికి చెందినవారు

పండితుడు శ్యాం నారాయణ ఒక శ్రేష్ఠ బ్రాహ్మణుడు.
అగ్రజన్ముడు, అగ్రవర్ణుడు, అయ్యవారు, ఆర్యుడు, ద్విజుడు, ధరణీసురుడు, నేలవేల్పు, బాపనయ్య, బాపనుడు, బ్రాహ్మణులు, విప్రుడు, స్వామి

A member of the highest of the four Hindu varnas.

Originally all brahmans were priests.
brahman, brahmin
मुहावरे भाषा को सजीव एवम् रोचक बनाते हैं। हिन्दी भाषा के मुहावरे यहाँ पर उपलब्ध हैं।