पृष्ठ के पते की प्रतिलिपि बनाएँ ट्विटर पर सांझा करें व्हाट्सएप पर सांझा करें फेसबुक पर सांझा करें
गूगल प्ले पर पाएं
हिन्दी शब्दकोश से स्नेहन शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

स्नेहन   विशेषण

१. विशेषण / विवरणात्मक / गुणसूचक

अर्थ : जो नाश करता हो।

उदाहरण : किसान खेत में कीट नाशक दवा छिड़क रहा है।
भगवान विघ्न विनायक हैं।

पर्यायवाची : अपध्वंसी, अपह, अपाय, घालक, तबाहकुन, नाशक, नाशन, नाशी, प्रलयकर, प्रलयकारी, विध्वंसक, विनायक, विनाश कारक, विनाशक, विनाशकारक, विनाशकारी, विनाशी, विलोपक

ఎవరైతే అంతము చేస్తారో.

రైతు పొలములో కీటకనాశన మందులను చల్లుతున్నాడు.
దూరంచేయువాడు, నాశనము చేయువాడు, వధించువాడు

Causing destruction or much damage.

A policy that is destructive to the economy.
Destructive criticism.
destructive
२.

अर्थ : शरीर में तेल लगानेवाला।

उदाहरण : स्नेहन व्यक्ति ज़मींदार के शरीर में तेल लगा रहा है।

३. विशेषण / विवरणात्मक / गुणसूचक

अर्थ : चिकनाई या स्निग्धता लानेवाला या स्निग्ध या चिकना करनेवाला।

उदाहरण : तेल सबसे अच्छा स्नेहक पदार्थ है।

पर्यायवाची : स्नेहक

स्नेहन   संज्ञा

१. संज्ञा / निर्जीव / वस्तु / खाद्य

अर्थ : दही या दूध मथने से निकला हुआ उसका सार भाग जिसे तपाने से घी बनता है।

उदाहरण : बाल श्रीकृष्ण को मक्खन बहुत प्रिय था।

पर्यायवाची : अमृतसार, कच्चा घी, तनूनपात्, तनूनपाद्, नयनू, नवनी, नवनीत, नेऊन, नैनू, नैनूँ, मक्खन, मसका, मस्का, माखन, लवनी

పెరుగును చిలికి తీసేది

బాల కృష్ణుడికి వెన్న చాలా ఇష్టం.
దధిజం, దధిసారం, నవని, నవనీతకం, మంథజం, మిసిమి, వెన్న, వెన్నపూస

An edible emulsion of fat globules made by churning milk or cream. For cooking and table use.

butter
२. संज्ञा / सजीव / जन्तु / पौराणिक जीव

अर्थ : एक सृष्टिनाशक हिन्दू देवता।

उदाहरण : शंकर की पूजा लिंग के रूप में प्रचलित है।

पर्यायवाची : अंड, अंधकारि, अंबरीष, अक्षतवीर्य, अक्षमाली, अघोरनाथ, अण्ड, अनंगरि, अनंगारि, अनर्थनाशी, अन्नपति, अपराधभंजन, अबलाबल, अब्जवाहन, अमृतवपु, अमोघदंड, अमोघदण्ड, अम्बरीष, अयोनि, अयोनिज, अरिंदम, अर्घेश्वर, अस्थिमाली, अहिमाली, आशुतोष, इंदुशेखर, इन्दुशेखर, उग्रधन्वा, उमाकांत, उमाकान्त, उमेश, कपालपाणि, कपाली, कामारि, कालेश, काशीनाथ, कील, कुंड, कुण्ड, कैलाश नाथ, कैलाशनाथ, गंगाधर, गिरिनाथ, गिरीश, गौरीश, चंद्रशेखर, चन्द्रशेखर, जगद्योनि, जटाधारी, जटामाली, तारकेश्वर, त्रिनेत्र, त्रिपुरांतक, त्रिपुरारि, त्रिपुरारी, त्र्यंबक, त्र्यक्ष, त्र्यम्बक, दुष्काल, देवाधिदेव, देवेश्वर, धूम्र, नंदिकेश्वर, नदीधर, नन्दिकेश्वर, नपराजित, नागी, नाभ, नीलग्रीव, पंचमुख, पंचानन, पञ्चमुख, परंजय, पश, पशुपति, पादभुज, पार्श्ववक्त्र, पिनाकपाणि, पिनाकी, पुद्गल, फाल, बीजवाहन, भगाली, भव, भवेश, भालचंद्र, भालचन्द्र, भुवनेश, भूतचारी, भूतनाथ, भूतेश, भोला, भोलानाथ, भोलेनाथ, मंगलेश, महाक्रोध, महादेव, महार्णव, महेश, महेश्वर, मृत्युंजय, यमेश्वर, ययातीश्वर, ययी, योगीनाथ, योगीश, राकेश, रुद्र, वरेश्वर, वसुप्रद, विद्वत्, विभु, विरुपाक्ष, विरोचन, विश्वनाथ, वीरेश, वीरेश्वर, वृषभकेतु, वैद्यनाथ, व्योमकेश, शंकर, शंभु, शङ्कर, शम्भु, शशिधर, शशिभूषण, शारंगपाणि, शारंगपानि, शिखंडी, शिखण्डी, शिव, संवत्सर, सतीश, सद्य, सर्पमाली, सर्व, सवर, सुप्रतीक, सुहृद, हर

త్రిమూర్తులలో మూడు కన్నులుగలవాడు

శంకరుని పూజ లింగరూపంలో ప్రాచుర్యంలో ఉంది
అంబరకేశుడు, అంబరీషుడు, అనిరుద్ధుడు, అపరాజితుడు, అభిరూపుడు, అయోజిజుడు, అసమనేత్రుడు, ఆదిభిక్షువు, ఆబోతురౌతు, ఆర్యానాధుడు, ఇందుమౌళి, ఈశానుడు, ఉగ్రుడు, ఉమాపతి, ఋతంబరుడు, ఋషభధ్వజుడు, ఏకదేవుడు, ఏకపొత్తు, కటంకఠుడు, కపాలి, కామారి, కాలంజరుడు, కాలకంఠుడు, కాలాత్ముడు, కేదారుడు, కొండమల్లయ్య, కొండయల్లుడు, కోకనదుడు, క్రియాకారుడు, గంగాధరుడు, గజరిపువు, గరళకంఠుడు, గిబ్బరౌతు, గిరీషుడు, గోకర్ణకుండలుడు, చండీశుడు, చండుడు, చంద్రకళాధరుడు, చంద్రచూడుడు, చంద్రధరుడు, చంద్రార్థమౌళి, చంద్రిలుడు, చమ్ద్రార్థచూడామణి, చిచ్చరకంటి, చేతనుడు, జంగమయ్య, జటాజూటుడు, జటాధరుడు, జటాధారి, జన్నపుగొంగ, జయంతుడు, జాబిలితాల్పు, జింకతాలుపరి, తోలుదాల్పు, త్రినేత్రుడు, త్రిపురాంతకుడు, దక్షజాపతి, దిగంబరుడు, ద్రువుడు, ధరణీశ్వరుడు, ధూర్థుడు, నటరాజు, నటేశ్వరుడు, నాగభూషణుడు, నాగహారుడు, నింగిసిగ, నిటలాక్షుడు, నియంత, నిరంజనుడు, నీలకంధరుడు, నీలగళుడు, పంచముఖుడు, పంచవదనుడు, పశుపత, పినాకపాణి, పురంధరుడు, పురారి, ఫాలనేత్రుడు, బీజవాహనుడు, బూచులదొర, బూచులరాయుడు, భగాళి, భగుడు, భద్రేశుడు, భస్మాంగుడు, భీషణుడు, భూరి, భృంగీశుడు, భృగువు, భోళాశంకరుడు, మదనారి, మరునిసూడు, మహాకాలుడు, మహాదేవుడు, మహేశ్వరుడు, మారజిత్తు, మిత్తిగొంగ, ముక్కంటి, మూడుకన్నులయ్య, మేరుధాముడు, రాజధరుడు, రాజశేఖరుడు, రుద్రుడు, లయకారుడు, లలాటలోచనుడు, వర్ధనుడు, విషాంతకుడు, శంకరుడు, శశిశేఖరుడు, శివుడు, సదానందుడు, సదాశివుడు, సర్గుడు, సర్వేశ్వరుడు, సాంభశివుడు, సిద్ధయోగి, సుతీర్థుడు, సుప్రతీకుడు, సుబాంధవుడు, సువర్చలుడు, సువర్ణరేతుడు, సువాసుడు, సేనాపతి, సోముడు, స్త్రీదేహార్థుడు, స్వయంభువు, హరుడు, హీరుడు
३. संज्ञा / निर्जीव / वस्तु / मानवकृति

अर्थ : शरीर पर मलने के लिए सरसों, तिल, चिरौंजी या सुगंधित पदार्थों आदि का बनाया हुआ लेप।

उदाहरण : उबटन लगाने से त्वचा में निखार आता है।

पर्यायवाची : अंगराग, अपटन, अबटन, अवलेप, उबटन, पर्णसि, बटना, वर्णक

శరీరంపై ఉండే నూనె జిడ్డులాంటివి, సున్నిపిండి మొదలైన మిశ్రమాలు కలిపిన వాటితో తయారుచేసినవి

నలుగుపిండితో స్నానం చేస్తే చర్మం శుభ్రమవుతుంది.
నలుగు
४. संज्ञा / निर्जीव / वस्तु / प्राकृतिक वस्तु
    संज्ञा / रूप / द्रव

अर्थ : थूकने या खाँसने के समय मुँह से निकलने वाला गाढ़ा लसदार पदार्थ।

उदाहरण : वह जब भी खाँसता है उसके मुँह से कफ निकलता है।

पर्यायवाची : कफ, कफ़, खट, निद्रासंजन, निद्रासञ्जन, बलगम, बलग़म, वेगनाशन, श्लेष्म, श्लेष्मा

దగ్గినపుడు నోటినుండి బయటికి వచ్చే జిగురులాంటి పదార్థం

ఆమె ఎప్పుడైతే దగ్గుతుందో ఆమె నోటినుండి ఉమ్మి బయటకి వస్తుంది
ఉమ్మి, కఫం, కళ్ళె, గళ్ళ, లాలాజలం
५. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य / शारीरिक कार्य

अर्थ : किसी चीज में स्नेह या तेल आदि लगाकर उसे चिकना करने की क्रिया या भाव।

उदाहरण : सर्दियों में शुष्क त्वचा के स्नेहन की आवश्यकता होती है।

६. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य / शारीरिक कार्य

अर्थ : यंत्रों आदि के पुर्जों, पहियों आदि को सरलता से चलाने के लिए उनमें तेल डालने की क्रिया।

उदाहरण : स्नेहन की कमी से पुर्ज़े ज़ल्दी घिसते हैं।

७. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य / शारीरिक कार्य

अर्थ : शरीर में स्नेहक या तेल आदि लगाने की क्रिया।

उदाहरण : प्रतिदिन के स्नेहन से त्वचा में चमक आ जाती है।

८. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / कार्य

अर्थ : प्रेम या स्नेह से युक्त होने की क्रिया या प्रेमाविष्ट होने की क्रिया।

उदाहरण : स्नेहन से उसके आँसू छलक आए।

मुहावरे भाषा को सजीव एवम् रोचक बनाते हैं। हिन्दी भाषा के मुहावरे यहाँ पर उपलब्ध हैं।