अर्थ : फिर से पूर्ति करने की क्रिया।
उदाहरण :
प्रकृति की क्षति की प्रतिपूर्ति कौन कर सकता है।
अर्थ : किसी व्यक्ति या मद से लिया हुआ या व्यय किया हुआ धन उसे देकर उसकी पूर्ति करने की क्रिया।
उदाहरण :
कर्मचारियों के व्यय की प्रतिपूर्ति अभी नहीं की गई है।