अर्थ : वह दार्शनिक सिद्धांत जिसमें आत्मा और परमात्मा या जीव और ईश्वर को दो भिन्न तथ्य मानकर विचार किया जाता है।
उदाहरण :
वह द्वैतवाद का समर्थक है।
पर्यायवाची : द्वैतवाद
अर्थ : दो का भाव या अवस्था।
उदाहरण :
ईश्वर को हमसे अलग मानना द्वैत है।