అర్థం : एक देवता जो काम के रूप माने जाते हैं।
ఉదాహరణ :
कामदेव को शिव की क्रोधाग्नि का सामना करना पड़ा।
పర్యాయపదాలు : अंगजात, अंगहीन, अंड, अण्ड, अदेह, अनंग, अनंगी, अनन्यज, अपांग, अबलासेन, अयुग्मबाण, अयुग्मशर, अशरीर, असमवाण, असमशर, आत्मज, आत्मजात, आत्मप, इ, कंदर्प, काम देवता, कामदेव, कार्ष्णि, कुसुमकार्मुक, कुसुमचाप, कुसुमधन्वा, कुसुमबाण, कुसुमायुध, कुसुमेषु, चित्तज, चेतात्मजा, चेतोजन्मा, चैत्रसखा, जराभीस, झषकेतु, झषांक, धानकी, नमुचि, निषद्वर, पंचबाण, पंचवाण, पंचशर, पंचसर, पुष्पकेतन, पुष्पचाप, पुष्पधन्वा, पुष्पध्वज, पुष्पपत्री, पुष्पशर, पुष्पशरासन, पुष्पायुध, प्रसूनवाण, भव, मकर ध्वज, मदन, मदराग, मधुसख, मधुसखा, मधुसहाय, मधुसारथि, मधुसुहृद, मनजात, मनमथ, मनसिज, मनोज, मनोभू, मन्नथ, मीनकेतन, मीनकेतु, मीनध्वज, मुहिर, रणरणक, रतिनाथ, रतिनाह, रतिराज, रतिवर, रमण, रवीषु, रागच्छन, रागरज्जु, रागवृंत, रागवृन्त, रुद्रारि, रूपास्त्र, वरीषु, वसंत-बंधु, वसंतसख, वसंतसखा, वसन्त-बन्धु, वसन्तसख, वसन्तसखा, वाम, विषमवाण, विषमविखिज, शंबरसूदन, शंबरारि, शम्बरसूदन, शारंग, शिखि, शुकवाह, शृंगारजन्मा, श्रीज, श्रीपुत्र, संकल्पभव, संकल्पयोनि, समर, सारंग, सुप्रतीक, सुमसायक, स्मर, हृदयनिकेतन
ఇతర భాషల్లోకి అనువాదం :
కామ రూపంలో ఉండే దేవుడు
మన్మధుడు శివుని క్రోధాగ్ని ముందు నిలవాల్సి వచ్చిందిകാമത്തിന്റെ ദേവത
കാമദേവന് ശിവഭഗവാന്റെ ക്രോധാഗ്നിക്ക് ഇരയായിఅర్థం : कृष्ण के ज्येष्ठ पुत्र जो रुक्मिणी के गर्भ से उत्पन्न हुए थे।
ఉదాహరణ :
विष्णु पुराण के अनुसार कामदेव ही प्रद्युम्न के रूप में पैदा हुए थे।
పర్యాయపదాలు : कार्ष्णि, प्रदुमन, प्रद्युम्न, शंबरारि, हरिसुत
ఇతర భాషల్లోకి అనువాదం :
కృష్ణుడికి పెద్ద కొడుకు రుక్మిణి గర్భంలో జన్మించాడు
విష్ణు పురాణాన్ని అనుసరించి కామధేనువు ప్రద్యుమ్నని రూపం లో పుట్టాడు.ରୁକ୍ମିଣୀଙ୍କ ଗର୍ଭରୁ ଜନ୍ମ ହୋଇଥିବା କୃଷ୍ଣଙ୍କ ଜ୍ୟେଷ୍ଠ ପୁତ୍ର
ବିଷ୍ଣୁପୁରାଣ ଅନୁସାରେ କାମଦେବ ହିଁ ପ୍ରଦ୍ୟୁମ୍ନ ରୂପରେ ଜନ୍ମ ହୋଇଥିଲେಕೃಷ್ಣನ ಜೇಷ್ಠ ಪುತ್ರ ರುಕ್ಮಿಣಿಯ ಗರ್ಭದಲ್ಲಿ ಜನಿಸಿದವನು
ವಿಷ್ಣು ಪುರಾಣದ ಅನುಸಾರ ಕಾಮದೇವನೇ ಪ್ರದ್ಯುಮ್ನನ ರೂಪದಲ್ಲಿ ಜನ್ಮತಾಳಿದನು.An imaginary being of myth or fable.
mythical beingருக்மணியின் கர்ப்பத்தில் பிறந்த கிருஷ்ணரின் மூத்த குமாரன்
விஷ்ணு புராணத்தின்படி காமதேவனே பிரத்யுமன் தோற்றத்தில் பிறந்தான்രുഗ്മണീയില് കൃഷ്ണന് ജനിച്ച ആദ്യ പുത്രന്
കാമദേവനാണ് പ്രദ്യുമ്നനായി ജനിച്ചത് എന്നാണ് വിഷുണുപുരാണത്തില് പറയുന്നത്అర్థం : एक देवता जो स्वर्ग तथा देवताओं के अधिपति माने जाते हैं।
ఉదాహరణ :
वेदों में इंद्र की आराधना का उल्लेख है।
పర్యాయపదాలు : अचलधृष, अदित, अनंतदृष्टि, अनन्तदृष्टि, अनेकलोचन, अप्सरेश, अमर-राज, अमरनाथ, अमरपति, अमरप्रभु, अमरराज, अमरवर, अमराधिप, अमरेश, अमरेश्वर, अरब, अर्, अर्वण, अलकेश, आदित्य, इंद, इंदर, इंदु, इंद्र, इंद्रदेव, इन्द, इन्दर, इन्दु, इन्द्र, इन्द्रदेव, खदिर, जंभारि, तुरासाह, त्रिदशपति, त्रिदशाधिप, त्रिदशेश्वर, त्रिदिवाधीश, दानवारि, दिव-राज, दिवक्ष, दिवराज, देवराज, देवेंद्र, देवेन्द्र, देवेश, दैत्यदानवमर्दन, दैत्यारि, दौल्मि, द्युपति, पचत, पविधर, पाकशासन, पाकहंता, पाकहन्ता, पाकारि, पुरंदर, पुरन्दर, पूतक्रतु, पौलोम, बिड़ौजा, मघवान, मदनपति, महेंद्र, महेन्द्र, मेघपति, यामनेमि, युयुधान, रंभापति, रम्भापति, वज्रधर, वरेंद्र, वरेन्द्र, वलसूदन, वलहंता, वलहन्ता, वलहिष, विजयंत, विवुधेश, विश्वभुज, वृत्रनाशन, वृत्रवैरी, वृत्रहा, वृत्रारि, वृषण, वृषाकपि, वृष्णि, वेत्रहा, शंबरारि, शक्र, शचींद्र, शचीन्द्र, शाक्वर, शिखी, श्वेतवह, श्वेतवाह, सहस्रचक्षु, सहस्रनेत्र, सुरकेतु, सुरनाथ, सुरनायक, सुरनाह, सुरपति, सुरभानु, सुरेंद्र, सुरेन्द्र, सुरेश, स्वर्पति
ఇతర భాషల్లోకి అనువాదం :
ಈ ದೇವರನ್ನು ಸ್ವರ್ಗದ ಅಧಿಪತಿ ಎಂದು ನಂಬಲಾಗುತ್ತದೆ
ವೇದಗಳಲ್ಲಿ ಇಂದ್ರನ ಆರಾಧನೆಯ ಉಲ್ಲೇಖವಿದೆ.സ്വര്ഗ്ഗത്തിന്റെ അധിപനായ ഒരു ദേവത
വേദങ്ങളില് ഇന്ദ്രന്റെ ആരാധനയെക്കുറിച്ച് എഴുതിയിട്ടുണ്ട്