పేజీ చిరునామాను కాపీ చేయండి ట్విట్టర్‌లో భాగస్వామ్యం చేయండి వాట్సాప్‌లో భాగస్వామ్యం చేయండి ఫేస్బుక్లో భాగస్వామ్యం చేయండి
గూగుల్ ప్లే లో పొందండి
ఉదాహరణలు, పర్యాయపదాలు మరియు వ్యతిరేక పదాలతో हिन्दी నిఘంటువు నుండి अमरख అనే పదం యొక్క అర్థం.

अमरख   संज्ञा

౧. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / मनोवैज्ञानिक लक्षण

అర్థం : चित्त का वह उग्र भाव जो कष्ट या हानि पहुँचाने वाले अथवा अनुचित काम करने वाले के प्रति होता है।

ఉదాహరణ : क्रोध से उन्मत्त व्यक्ति कुछ भी कर सकता है।

పర్యాయపదాలు : अनखाहट, अमर्ष, अमर्षण, असूया, आक्रोश, आमर्ष, कहर, कामानुज, कोप, क्रोध, क्षोभ, खुनस, खुन्नस, गजब, गज़ब, ग़ज़ब, गुस्सा, तमिस्र, ताम, दाप, मत्सर, रिस, रीस, रुष्टि, रोष, व्यारोष


ఇతర భాషల్లోకి అనువాదం :

మనస్సులో కలిగే ఉక్రమైన భావన

కోపంలో ఉన్మత్తుడైన వ్యక్తి ఏమైనా చేస్తాడు.
అక్కసు, ఆక్రోశం, ఆగ్రహం, ఆవేశం, ఉద్రేకం, కోపం, క్రోధం, చిరాకు, చీదర, మంట, రోషం

କଷ୍ଟ ବା କ୍ଷତି କରୁଥିବା କିମ୍ବା ଅନୁଚିତ କାମ କରୁଥିବା ବ୍ୟକ୍ତି ପ୍ରତି ହେଉଥିବା ଚିତ୍ତର ଉଗ୍ରଭାବ

କ୍ରୋଧରେ ଉନ୍ମତ୍ତ ବ୍ୟକ୍ତି କିଛି ବି କରିପାରେ
ଅକଶ, ଅସୂୟା, ଆକ୍ରୋଶ, କୋପ, କ୍ରୋଧ, କ୍ଷୋଭ, ଦାଉ, ପ୍ରତିହିଂସା, ବିଦ୍ୱେଷ, ରାଗ, ରୋଷ

ಭೀತಿ ಹುಟ್ಟಿಸುವ ಅಂತಃಕರಣಮನಸ್ಸು ಕಷ್ಟಕರವಾಗುತ್ತದೆ ಅಥವಾ ಹಾನಿಕಾರಕವಾಗುತ್ತದೆ ಅಥವಾ ಅನುಚಿತವಾದತಪ್ಪಾದ ಕೆಲಸ ಮಾಡುವವರ ವಿರುದ್ಧವಾಗಿರುತ್ತದೆ

ಕ್ರೋಧದಿಂದ ಮದವೇರಿದ ವ್ಯಕ್ತಿ ಏನನ್ನು ಬೇಕಾದರೂ ಮಾಡಬಲ್ಲ.
ಅಸಮಾಧಾನ, ಅಹಂಕಾರ, ಆಕ್ರೋಶ, ಆವೇಶ, ಉದ್ವೇಗ, ಕಠಿಣ, ಕೋಪ, ಕ್ರೋದ, ದರ್ಪ, ಪ್ರತಾಪ, ಭಯಂಕರ, ಭೀಷಣ, ರೋಷ, ವ್ಯಾಕುಲತೆ, ಸಿಟ್ಟು

A strong emotion. A feeling that is oriented toward some real or supposed grievance.

anger, choler, ire

চিত্তের সেই উগ্র ভাব যা কষ্টদায়ক বা হানিকারক অথবা অনুচিত কাজ করা ব্যক্তিদের প্রতি হয়

ক্রোধে উন্মত্ত ব্যক্তি যা কিছু করতে পারে
অসূয়া, আক্রোশ, কোপ, ক্রোধ, ক্ষোভ, তমিস্র, রোষ

கொடுமை, தீங்கு, அவமதிப்பு, இயலாமை முதலியவற்றுக்கு உள்ளாகும் போது முகத்தில் அல்லது செயலில் வெளிப்படும் கடுமை உணர்வு.

கோபத்தால் எந்த செயலையும் செய்ய முடியாது
ஆத்திரம், கோபம், சினம்

౨. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / गुण

అర్థం : रस के तैतीस संचारी भावों में से एक।

ఉదాహరణ : इस कविता में अमरख बहुत स्पष्ट है।

పర్యాయపదాలు : अमरख संचारी भाव


ఇతర భాషల్లోకి అనువాదం :

ରସର ତେତିଶ ସଞ୍ଚାରୀଭାବମଧ୍ୟରୁ ଗୋଟିଏ

ଏହି କବିତାରେ କ୍ରୋଧ ସଂଚାରୀ ଭାବ ବହୁତ ସ୍ପଷ୍ଟ
କ୍ରୋଧ, କ୍ରୋଧ ସଂଚାରୀ ଭାବ

রসের তেত্রিশটি সঞ্চারী ভাবের মধ্যে একটি

"এই কবিতায় অমরখ খুব স্পষ্ট"
অমরখ, অমরখ সঞ্চারী ভাব
मुहावरे भाषा को सजीव एवम् रोचक बनाते हैं। हिन्दी भाषा के मुहावरे यहाँ पर उपलब्ध हैं।