అర్థం : वह मनोवृत्ति जो किसी को बहुत बुरा समझकर सदा उससे दूर रहने की प्रेरणा देती है।
ఉదాహరణ :
जहाँ घृणा होती है वहाँ दया का अभाव होता हैं।
उसने मुझे हक़ारत भरी नज़र से देखा।
పర్యాయపదాలు : अभिक्रोश, अरुचि, आर, गुरेज, गुरेज़, घिन, घृणा, जुगुप्सा, नफरत, नफ़रत, वितृष्णा, हक़ारत, हिक़ारत, हिकारत
ఇతర భాషల్లోకి అనువాదం :
ആരോടെങ്കിലും വെറുപ്പു തോന്നി എപ്പോഴും അവരെ അകറ്റി നിർത്തുക.; ആരേയും വെറുപ്പോടെ നോക്കരുത്, കാരണം നാമെല്ലാം ഈശ്വരന്റെ സന്താനങ്ങളാണ്.
అర్థం : वह बात या कार्य जिससे किसी का मान या प्रतिष्ठा कम हो।
ఉదాహరణ :
हमें किसी का अपमान नहीं करना चाहिए।
ससुराल में उसकी बड़ी भद्द हुई।
పర్యాయపదాలు : अधिक्षेप, अनादर, अपकर्ष, अपचार, अपध्वंस, अपमान, अपहेला, अपूजा, अप्रतिष्ठा, अभिभव, अमर्यादा, अमानत, अमानना, अलीक, अल्पीकरण, अवगणन, अवग्रहण, अवज्ञा, अवधीरणा, अवमति, अवमान, अवमानन, अवमानना, अवलीला, अवहेल, अवहेलन, अवहेलना, अवहेला, अवाङ्ज्ञान, असत्कार, असम्मान, उपक्रोश, गंजन, गञ्जन, ज़िल्लत, जिल्लत, तिरस्कार, तिरस्क्रिया, तोहीनी, तौहीन, निरादर, पराभव, परिभाव, परीभाव, फजीअत, फजीहत, फ़ज़ीअत, फ़ज़ीहत, बे-इज्जती, बेइज्जती, बेकदरी, बेकद्री, बेक़दरी, बेक़द्री, भद्द, मानध्वंस, मानभंग, विमानना, व्यतीपात, हक़ारत, हिक़ारत, हिकारत, हेठी
ఇతర భాషల్లోకి అనువాదం :
ଯେଉଁ କଥା ବା କାର୍ଯ୍ୟରେ କାହାରି ମାନ ବା ପ୍ରତିଷ୍ଠା ଉଣା ହୁଏ
ଆମେ କାହାରି ଅପମାନ କରିବା ଉଚିତ୍ ନୁହେଁ ଶ୍ୱଶୁରାଳୟରେ ତାଙ୍କର ବଡ଼ ଅସମ୍ମାନ ହେଲାமதிப்பு, மரியாதை, கௌவரம் முதலியன குறைவதால் ஏற்படும் இழிநிலை.
நாம் யாரையும் அவமானப்படுத்தக் கூடாதுപരസ്യമായി മനപൂര്വം അപമാനിക്കുക, അവഹേളിക്കുക, ധിക്കരിക്കുക; പുറംതിരിഞ്ഞു നിന്നതു എന്നെ അധിക്ഷേപിക്കാനായിരുന്നു.
అర్థం : ध्यान न देने की क्रिया।
ఉదాహరణ :
दिन प्रतिदिन पेड़-पौधों की उपेक्षा होती जा रही है।
उपेक्षा के कारण अच्छी वस्तुएँ भी अधिक दिनों तक नहीं टिकती।
పర్యాయపదాలు : उपेक्षा, नजर अंदाज़ी, नजर अंदाजी, नजर अन्दाजी, नजर-अंदाजी, नजर-अन्दाजी, नजरंदाजी, नजरन्दाजी, नज़र अन्दाज़ी, नज़र-अंदाज़ी, नज़र-अन्दाज़ी, नज़रंदाज़ी, नज़रन्दाज़ी, निष्कृति, बेकदरी, बेकद्री, बेक़दरी, बेक़द्री, लंघना, लङ्घना, हक़ारत, हिक़ारत, हिकारत
ఇతర భాషల్లోకి అనువాదం :
মন না দেওয়ার প্রক্রিয়া
প্রতিদিন ক্রমাগত গাছপালার উপেক্ষা হচ্ছেউপেক্ষার ফলে ভালো জিনিসও বেশী দিন চলেনাശ്രദ്ധ കൊടുക്കാതിരിക്കുക.
ദിവസം തോറും വൃക്ഷങ്ങളോട് എല്ലാവരും അനാദരവ് കാണിച്ചു വരുന്നു.