अर्थ : योग्यता, विशेषता, सामर्थ्य, गुण आदि जानने के लिए अच्छी तरह से देखने या परखने की क्रिया या भाव।
उदाहरण :
समर्थ गुरु रामदास ने शिष्यों की परीक्षा लेने के लिए उनसे शेरनी का दूध माँगा।
वह हर कसौटी पर खरा उतरा।
पर्यायवाची : अजमाइश, आजमाइश, आज़माइश, कसौटी, जाँच, परख, मानिटरिंग, मानीटरिंग, मॉनिटरिंग, मॉनीटरिंग
अर्थ : वह विधान जिससे प्राचीन न्यायालय में किसी विशेष अभियुक्त के अपराधी या निरपराधी होने अथवा विशेष साक्षी के सच्चे या झूठे होने का निश्चय करते थे।
उदाहरण :
अभियुक्त की परीक्षा को दिव्य और साक्षी की परीक्षा को लौकिक परीक्षा कहते थे।