अर्थ : जिसका अभिव्यंजन हुआ हो या प्रकट किया हुआ।
उदाहरण :
अभिव्यक्त भाव को छुपाने की कोशिश क्यों कर रहे हो।
पर्यायवाची : अभिव्यंजित, अभिव्यक्त, अभिव्यञ्जित, ज़ाहिर, जाहिर, प्रकट, प्रकटित, प्रगट, व्यक्त
अर्थ : एक स्थान पर उपस्थित एक से अधिक मनुष्य, पशु आदि जो एक इकाई के रूप में माने जाएँ।
उदाहरण :
खेतों को पशुओं का समुदाय तहस-नहस कर रहा है।
पर्यायवाची : अवली, खेढ़ा, गण, गुट, गुट्ट, ग्रुप, घटा, जंतु समूह, जन्तु समूह, झँडूला, झुंड, झुण्ड, दल, निकर, निकुरंब, निकुरम्ब, पलटन, पल्टन, फ़ौज, फौज, बेड़ा, माल, यूथ, वृंद, वृन्द, संकुल, संघात, संभार, सङ्कुल, सङ्घात, समुदाय, समूह, सम्भार, स्कंध, स्कन्ध
अर्थ : नर संतान।
उदाहरण :
कृष्ण वसुदेव के पुत्र थे।
पुत्र कुपुत्र हो सकता है लेकिन माता कुमाता नहीं हो सकती।
पर्यायवाची : अंगज, आत्म-संभव, आत्म-सम्भव, आत्मज, आत्मजात, आत्मनीन, आत्मप्रभव, आत्मभू, आत्मसंभव, आत्मसमुद्भव, आत्मसम्भव, आत्मोद्भव, इब्न, किशोर, कुँवर, कुंवर, कुमार, चिरंजी, चिरंजीव, जाया, तनय, तनुज, तनुभव, तनुरुह, तनू, तनूज, तनूद्भव, तनूरुह, तनोज, तनौज, दायदवत्, नंदन, नन्दन, पुत्र, पूत, फरजंद, फरजन्द, फरज़ंद, फरज़न्द, फरज़िंद, फरज़िन्द, फरजिंद, फरजिन्द, फर्जंद, फर्जंन्द, फर्ज़ंद, फर्ज़न्द, फर्ज़िंद, फर्ज़िन्द, फर्जिंद, फर्जिन्द, बच्चा, बाल, बालक, बेटा, मोड़ा, लड़का, लाल, वटु, वटुक, वीर्यज, सुत, सूत
अर्थ : चार प्रकार के पुत्रों में से एक जिसमें प्रधान रूप से उसकी माता के गुण होते हैं।
उदाहरण :
कहते हैं कि जात भाग्यशाली होते हैं।