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हिन्दी शब्दकोश से ऋणत्रय शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

ऋणत्रय   संज्ञा

१. संज्ञा / निर्जीव / अमूर्त / संकल्पना

अर्थ : हिंदू धर्म की एक संकल्पना जिसमें प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में तीन ऋणों से मुक्त होना ही पड़ता है।

उदाहरण : देवऋण, पितृऋण और ऋषिऋण इन्हें ऋणत्रय कहा जाता हैं।

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