अहंकार (संज्ञा)
अपने आपको औरों से बहुत अधिक योग्य, समर्थ या बढ़कर समझने का भाव।
स्वीकार करना (क्रिया)
सहमत होना।
हरण करना (क्रिया)
किसी व्यक्ति आदि को बलपूर्वक उठा ले जाना।
जान-पहचान (संज्ञा)
किसी से जान पहचान होने की अवस्था या भाव।
आशना (विशेषण)
जो जाना पहचाना हो या जिसको जाना गया हो।
डाकिया (संज्ञा)
डाक विभाग का वह कर्मचारी जो पत्र, मनीआर्डर आदि घर-घर पहुँचाता है।
परिचय (संज्ञा)
किसी व्यक्ति के नाम, धन, गुण, कर्म आदि से संबंध रखनेवाली सब या कुछ बातें जो किसी को बतलाई जाएँ।
यथाक्रम (क्रिया-विशेषण)
एक-एक करके या एक के बाद एक।
अस्तबल (संज्ञा)
घोड़ों के रहने का स्थान।
मुनाफा (संज्ञा)
व्यापार, काम आदि में होने वाला मुनाफ़ा।