अर्थ : सभी पददलित या अस्पृश्य जातियाँ (महात्मा गाँधी द्वारा प्रयुक्त शब्द)।
उदाहरण :
महात्मा गाँधी आजीवन हरिजनों के उत्थान के लिए प्रयासरत रहे।
अर्थ : हरि (ईश्वर) का भक्त।
उदाहरण :
हरिजन कष्ट में रहते हुए भी दूसरे की सहायता करते हैं।
पर्यायवाची : हरि-जन