अर्थ : अपने आपको औरों से बहुत अधिक योग्य, समर्थ या बढ़कर समझने का भाव।
उदाहरण :
अहंकार आदमी को ले डूबता है।
किस बात की अकड़ है तुमको!।
पर्यायवाची : अकड़, अनति, अभिमति, अभिमान, अवलेप, अवलेपन, अवश्याय, अवष्टंभ, अवष्टम्भ, अहं, अहंकार, अहंकृति, अहंता, अहङ्कार, अहङ्कृति, अहमिति, अहमेव, अहम्मति, आटोप, आन, ऐंठ, ऐंठन, कल्क, ख़ुदी, खुदी, गडंग, गरूर, गर्व, ग़रूर, ग़ुरूर, गारो, गुमान, गुरूर, घमंड, घमण्ड, ठसक, दंभ, दम्भ, दर्प, दाप, पर्वरीण, प्रागल्भ्य, मगरूरी, मद, शान, शेख़ी, शेखी
अर्थ : साहित्य के अनुसार मन में होने वाला वह विकार जो अपने प्रिय व्यक्ति के किसी दोष या अपराध के कारण कुछ समय के लिए उसे उदासीन कर देता है।
उदाहरण :
नाटक में मान से गुजरती हुई नायिका एकान्त में रोने लगी।