अर्थ : सर्वप्रधान मानी जाने वाली वह ऋतु जो माघ के दूसरे पक्ष से प्रारम्भ होकर चैत के प्रथम पक्ष तक की मानी गई है।
उदाहरण :
वसंत के आगमन पर प्रकृति खिल उठी है।
वसंत को कवियों ने ऋतुराज की संज्ञा दी है।
पर्यायवाची : इष्य, ईष्म, ऋतुराज, कामसखा, कुसुमाकर, पिकप्रिय, पिकानंद, पिकानन्द, पुष्पसमय, बलांगक, बसंत, बसंत ऋतु, माधव, वसंत, वसंत ऋतु, वसन्त, शिशिरांत, शिशिरान्त
अर्थ : यौवन का विकास या जवानी का रंग।
उदाहरण :
सोलहवें साल की बहार देखते ही बनती है।
अर्थ : सुंदर होने की अवस्था या भाव।
उदाहरण :
कश्मीर की सुंदरता देखते ही बनती है।
पर्यायवाची : अभिरामता, आकर्षकता, कमनीयता, काम्यता, खूबसूरती, चारुता, जलवा, जल्वा, द्युति, नुनाई, मंजुलता, मनोहरता, मनोहरताई, मोहकता, रमणीयता, रूप, लालित्य, लावण्य, व्युष्टि, सलोनापन, सुंदरता, सुन्दरता, सुरम्यता, सौंदर्य, सौंदर्यता, सौन्दर्य, सौन्दर्यता, सौष्ठव, हुस्न
अर्थ : विकसित होने की अवस्था या भाव।
उदाहरण :
बागों में हर तरफ बहार है।
पर्यायवाची : प्रफुल्लता, रौनक, रौनक़, विकास
अर्थ : एक रागिनी।
उदाहरण :
बहार वसंत ऋतु में रात के तीसरे पहर में गाई जाती है।