अर्थ : संतान उत्पन्न होने के बारहवें दिन का प्रसूता का स्नान और तत्संबंधी कृत्य।
उदाहरण :
बरही के दिन जच्चा और बच्चे को स्नान कराया जाता है।
पर्यायवाची : बरहौं
अर्थ : एक तरह की मोटी रस्सी जो भारी समान आदि उठाने के काम आती है।
उदाहरण :
किसान खेत हेंगाने के लिए हेंगा और बरही ले आया।
अर्थ : एक अत्यंत सुंदर बड़ा पक्षी जिसकी पंखनुमा पूँछ लम्बी होती है।
उदाहरण :
मोर भारत का राष्ट्रीय पक्षी है।
पर्यायवाची : अर्की, अर्जुन, अहिरिपु, कलापी, कुंडली, कुण्डली, केकी, घनप्रिय, चंद्रकी, चन्द्रकी, ताऊस, दीप्तांग, दीप्ताङ्ग, नीलकंठ, नीलकण्ठ, पुँछार, प्रवलाकी, बरहा, बाहुलग्रीव, मयूक, मयूर, मायूर, मार्जारक, मेनाद, मोर, राजसारस, वर्षामद, वर्ही, वृषी, शापटिक, शिखंडी, शिखण्डी, शिखाधर, शिखाधार, शिखाल, शिखालु, शिखावर, शिखावल, शिखि, शिखी, शुक्रभुज, शुक्रांग, शुक्लापांग, सर्पद्विष
अर्थ : नर मयूर या मोर।
उदाहरण :
मोर और मोरनी का जोड़ा चारा चुग रहा है।
पर्यायवाची : अहिरिपु, कलापी, कालकंठ, कालकण्ठ, केकी, केहा, घनप्रिय, चंद्रकी, चन्द्रकी, चित्रपिच्छक, चित्रमेखल, नागवारिक, नागांतक, नागान्तक, नीलकंठ, नीलकण्ठ, प्रपादिक, बरहा, बर्हिण, बर्ही, मयूक, मयूर, मरुक, मायूर, मेघसुहृद, मेघानंद, मेघानन्द, मोर, राजसारस, शतपत्र, शिखंडी, शिखण्डी, शिखाधर, शिखाधार, शिखाल, शिखालु, शिखावर, शिखावल, शिखी
अर्थ : मुर्गी का नर।
उदाहरण :
सुबह-सुबह मुर्गे की आवाज सुनकर मेरी नींद खुली।
पर्यायवाची : अरुणचूड़, अरुणशिखा, अरुनचूड़, अरुनशिखा, आत्मघोष, करंज, कुक्कुट, कुलंग, ताम्रचूड़, ताम्रशिखी, नखरायुध, निशावेदी, बरहा, मुरगा, मुर्गा, यामघोष, रक्तवर्त्मा, रसाखन, रात्रिवेद, वचर, शिखंडी, शिखण्डी, शिखी, शौंड, शौण्ड, स्वर्णचूड़, स्वर्णचूड़क
अर्थ : जलती हुई लकड़ी, कोयला या इसी प्रकार की और कोई वस्तु या उस वस्तु के जलने पर अंगारे या लपट के रूप में दिखाई देने वाला प्रकाशयुक्त ताप।
उदाहरण :
आग में उसकी झोपड़ी जलकर राख हो गई।
अग्नि में हाथ मत डालना अन्यथा झुलस जाओगे।
पर्यायवाची : अगन, अगनी, अगिआ, अगिन, अगिया, अगिर, अग्नि, अनल, अनिलसखा, अमिताशन, अय, अर्क, अर्दनि, अशिर, आग, आगि, आगी, आज्यमुक, आतश, आतिश, आशर, आशुशुक्षणि, आश्रयास, कालकवि, चित्रभानु, जगन्नु, जल्ह, ज्वल, तनूनपात्, तनूनपाद्, तपु, तपुर्जंभ, तपुर्जम्भ, तमोनुद, तमोहपह, दाढ़ा, दाव, दाहक, द्यु, धरुण, ध्वांतशत्रु, ध्वांताराति, ध्वान्तशत्रु, ध्वान्ताराति, नीलपृष्ठ, परिजन्मा, पर्परीक, पवन-वाहन, पशुपति, पावक, बहनी, बाहुल, भारत, मलिनमुख, यविष्ठ, राजन्य, लघुलय, वर्हा, वसु, वसुनीथ, वह्नि, विंगेश, विश्वप्स, वृष्णि, वैश्वानर, शिखि, शिखी, शुक्र, शुचि, सोमगोपा, हुतासन, हृषु, हेमकेली
अर्थ : संतान उत्पन्न होने के दिन से बारहवाँ दिन।
उदाहरण :
हमारे यहाँ बरही का विशेष महत्व होता है।
अर्थ : जलाऊ लकड़ियों का गट्ठा।
उदाहरण :
उसने बरही को सिर से उतारकर आँगन में रख दी।