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हिन्दी शब्दकोश से फणधर शब्द का अर्थ तथा उदाहरण पर्यायवाची एवम् विलोम शब्दों के साथ।

फणधर   संज्ञा

१. संज्ञा / जातिवाचक संज्ञा
    संज्ञा / सजीव / जन्तु / सरीसृप

अर्थ : सरीसृप वर्ग का एक रेंगने वाला पतला और लंबा जीव जिसकी कई जातियाँ पायी जाती हैं।

उदाहरण : प्रायः आई आई टी बॉम्बे में कई तरह के ज़हरीले साँप रेंगते हुए देखे जा सकते हैं।

पर्यायवाची : अघविष, अनिलाशी, अपत्यशत्रु, अहि, आभोग, आशीविष, उरंग, कर्कटी, कुंडली, कुण्डली, तार्क्ष्य, त्सरु, दीर्घपृष्ठ, दीर्घरसन, दृक्कर्ण, द्विरसन, पन्नग, पवनाश, पवनाशन, पवनाशी, पुलिरिक, प्रबलाकी, प्रवलाकी, फणिक, फणी, फुनिंग, भुअंग, भुअंगम, भुजंग, मारुताशन, लांगली, लेलिह, लेलिहान, विषदंतक, विषदन्तक, विषधर, विषानन, व्याल, शेव, श्वसनाशन, श्वसनोत्सुक, सर्प, साँप, सारंग

Limbless scaly elongate reptile. Some are venomous.

ophidian, serpent, snake
मुहावरे भाषा को सजीव एवम् रोचक बनाते हैं। हिन्दी भाषा के मुहावरे यहाँ पर उपलब्ध हैं।