अर्थ : काठ आदि की बनी चार पायों की चौकोर वस्तु जो बैठने, सोने आदि के काम आती है।
उदाहरण :
वह चौकी पर पालथी मारकर बैठा है।
पर्यायवाची : चतुष्की
अर्थ : मंदिर के मंडप का प्रवेश द्वार।
उदाहरण :
मंदिर की चौकी पर अत्यधिक भीड़ थी।
अर्थ : खंभे के ऊपर अथवा नीचे का चौकोर भाग।
उदाहरण :
सीमा चौकी पर टेक लगाकर बैठ गई।
अर्थ : चार बूटियों वाला ताश का पत्ता।
उदाहरण :
श्याम ने रमेश के पान के चौके को दहले से दबाया।
पर्यायवाची : चौका
अर्थ : वह घर या चौकी जो चुंगी के पास ही होती है और जहाँ पर बाहर से आने वाले माल आदि पर कर लेने के लिए लोग रहते हैं।
उदाहरण :
चुंगीघर के पास ही बस दुर्घटनाग्रस्त हुई थी।
पर्यायवाची : चुंगी, चुंगी नाका, चुंगीघर, नाका
अर्थ : वह स्थान जहाँ बाहर से आनेवाले माल आदि पर कर लेने के लिए कुछ लोग रहते हों।
उदाहरण :
हमें नाके पर दो सौ रुपए चुंगी देना पड़ा।
पर्यायवाची : चुंगी, चुंगी नाका, नाका
अर्थ : गले का एक गहना।
उदाहरण :
उसने चाँदी की चौकी बनवाई।